पल पल
जीवन घुलता जाए
पल पल
समय बदलता जाए
बादल आए
बिन बरसे जाए
सपनें टूटें पल पल
अपनें छूटें पल पल
सासें तड़प रही हैं
आहें बरस रही हैं
मन का मौसम
बदले पल पल
कभी अँधेरा
कभी उजाला
सब कुछ
बदले पल पल
दिल के सारे अरमान जले
जले न घर के दीपक
पल पल
दहशत घेरे
विषधर फुफकारे
कुछ समझ न आए
पल पल
जीवन घुलता जाए
पल पल
समय बदलता जाए
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